पंचकूला: नायब सिंह सैनी (54) ने आज दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह बीजेपी के लिए हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। शपथ ग्रहण समारोह पंचकूला के परेड ग्राउंड में आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के शीर्ष नेता मौजूद रहे। इसके अलावा एनडीए शासित 18 राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस भव्य समारोह में शामिल हुए, जिससे आगामी महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी की ताकत का प्रदर्शन किया गया।
शपथ ग्रहण का आयोजन और सुरक्षा व्यवस्थाएं:
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने नायब सैनी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह शपथ ग्रहण समारोह सुरक्षा के सख्त इंतजामों के बीच आयोजित हुआ, जिसमें देश भर से कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। नायब सैनी ने मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की जगह मुख्यमंत्री पद संभाला था और यह उनका दूसरा कार्यकाल है। समारोह में सैनी के अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल विज, कृष्ण लाल पंवार और राव नरबीर सिंह ने भी शपथ ली।
नायब सैनी का राजनीतिक सफर:
नायब सैनी का राजनीतिक करियर लगभग 30 साल लंबा है। 1970 में जन्मे सैनी ने राजनीति में अपनी शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के मार्गदर्शन में की थी। उन्होंने 2014 में पहली बार नाराingarh विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव जीता था और 2016 में उन्हें राज्य कैबिनेट में शामिल किया गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र से सांसद के रूप में चुने जाने के बाद उनकी राजनीतिक प्रतिष्ठा और बढ़ी, जब उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार निर्मल सिंह को भारी मतों से हराया था।
धार्मिक स्थल की यात्रा:
शपथ ग्रहण से पहले, नायब सैनी ने विभिन्न धार्मिक स्थलों का दौरा किया। उन्होंने पंचकूला स्थित वाल्मीकि भवन, एक स्थानीय गुरुद्वारा और मांसा देवी मंदिर में जाकर आशीर्वाद लिया, जिससे उनके धार्मिक और सांस्कृतिक पक्ष का भी प्रतीकात्मक महत्व सामने आया।
बीजेपी की ऐतिहासिक जीत:
5 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 90 में से 48 सीटें जीतकर तीसरी बार लगातार सत्ता हासिल की। कांग्रेस, जो मुख्य विपक्षी दल था, उसने 37 सीटों पर जीत दर्ज की। हालांकि, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और आम आदमी पार्टी (AAP) कोई खास प्रभाव नहीं दिखा पाई। वहीं, कभी शक्तिशाली राजनीतिक दल रही इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) केवल दो सीटों पर सिमट गई।
विधानसभा चुनाव में सैनी की जीत:
नायब सैनी ने लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, जो 2007 में गठित की गई थी। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार मेवा सिंह को 16,054 वोटों से हराया। हालांकि, उनकी पिछली कैबिनेट के दस मंत्रियों में से आठ को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन महिपाल धांडा और मूल चंद शर्मा ने अपनी सीटें बरकरार रखीं।
एससी वर्ग की सीटों पर बीजेपी की बढ़त:
बीजेपी ने अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित 17 सीटों में से 8 सीटों पर कब्जा जमाया, जिनमें नीलोखेड़ी, पटौदी, खरखौदा, होडल, बावल, नरवाना, इसराना और बवानी खेड़ा प्रमुख हैं। होडल सीट पर सबसे उल्लेखनीय जीत हासिल हुई, जहां हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान को बीजेपी के हरिंदर सिंह ने हराया।
नायब सैनी की यह जीत बीजेपी के लिए हरियाणा में एक नए युग की शुरुआत का संकेत देती है, जहां पार्टी ने न केवल सत्ता बरकरार रखी है, बल्कि राज्य के विभिन्न वर्गों के बीच अपनी पकड़ और मजबूत की है।