साहिबगंज जिले के ताजमहल थाना क्षेत्र के टेकबथान गांव में रविवार सुबह करम डाल विसर्जन के दौरान एक दर्दनाक घटना घटी। तेंनवा नाला नदी में चार बच्चियां करम डाल का विसर्जन करने गई थीं, जहां वे अचानक नदी के तेज बहाव में फंस गईं और डूबने लगीं। ग्रामीणों की तत्परता से तीन बच्चियों को बचा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्य से एक बच्ची की डूबने से मौत हो गई। मृत बच्ची की पहचान मुकेश यादव की 9 वर्षीय पुत्री प्रियंका कुमारी के रूप में हुई है।

घटना का विवरण

घटना रविवार की अहले सुबह 5 बजे की है, जब गांव की चार बच्चियां करम डाल का विसर्जन करने तेंदुवा नदी गईं। ये चारों बच्चियां, प्रियंका कुमारी (9), रिया कुमारी (12), सोनाक्षी कुमारी (10), और चांदनी कुमारी (9) थीं। सभी बच्चियां टेकबथान गांव से करीब 500 मीटर दूर तेंदुवा नदी के पास गईं थीं। विसर्जन के दौरान वे अचानक नदी के गहरे पानी में डूबने लगीं।

मछुआरे ने दिखाई साहस

इस दर्दनाक घटना के दौरान संयोग से पास में मछलियां पकड़ रहे संजय मंडल नामक मछुआरे ने देखा कि कुछ बच्चियां डूब रही हैं। संजय मंडल ने तुरंत साहस दिखाते हुए अकेले ही नदी में छलांग लगाई और एक-एक करके तीन बच्चियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हालांकि, प्रियंका कुमारी नामक 9 वर्षीय बच्ची को नदी से बाहर निकालने में उन्हें सफलता नहीं मिली।

परिजनों और ग्रामीणों ने की खोजबीन

बच्चियों के डूबने की खबर मिलते ही घटनास्थल पर दोनों गांवों के सैकड़ों लोग और प्रियंका कुमारी के परिजन जुट गए। सभी ने मिलकर नदी में प्रियंका की खोजबीन शुरू की। लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद, सुबह 8 बजे के करीब प्रियंका का शव नदी से निकाला गया।

प्रियंका की मौत की पुष्टि

जैसे ही प्रियंका को नदी से बाहर निकाला गया, उसे तुरंत पास के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां डॉ. उदय कुमार टुडू ने जांच के बाद प्रियंका को मृत घोषित कर दिया। प्रियंका की मौत से पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया, और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।

ग्रामीणों में शोक और चेतावनी

यह दुखद घटना पूरे क्षेत्र में शोक और सदमे की लहर फैल गई है। करम पर्व, जो आमतौर पर उत्सव और आनंद का प्रतीक माना जाता है, इस परिवार के लिए शोक का कारण बन गया है। ग्रामीणों ने घटना के बाद प्रशासन से मांग की है कि नदी के पास सुरक्षा के उचित इंतजाम किए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

निष्कर्ष

साहिबगंज जिले में घटी इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि नदी और जलस्रोतों के पास बच्चों की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है। करम डाल विसर्जन जैसी धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के दौरान विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है, ताकि इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। प्रशासन से अपेक्षा की जाती है कि वे इस घटना से सबक लेकर भविष्य में उचित कदम उठाएंगे, ताकि किसी और परिवार को इस तरह की त्रासदी का सामना न करना पड़े।

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