झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जहाँ नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए मतदाताओं को धमकाने की कोशिश की है। आज सुबह 7 बजे से झारखंड के 43 विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हुआ, और विभिन्न स्थानों पर नक्सलियों ने पेड़ गिराकर सड़कों को बाधित किया ताकि लोग अपने मतदान केंद्रों तक न पहुँच सकें। इसके अलावा, इन जगहों पर लाल पोस्टर भी लगाए गए, जिनमें लोगों को मतदान न करने की अपील की गई है और उन्हें मतदान का बहिष्कार करने के लिए उकसाया गया है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा
चुनाव के दौरान नक्सली गतिविधियों को देखते हुए इन क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा बलों ने नक्सली घटनाओं के मद्देनज़र संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि मतदाता बिना किसी भय के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। नक्सलियों का उद्देश्य मतदाताओं को धमकाना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में खलल डालना है, परंतु सुरक्षा बलों की मौजूदगी ने स्थिति को नियंत्रण में रखा है।
लोकतंत्र के प्रति जनता की आस्था
नक्सलियों की धमकियों के बावजूद, झारखंड के लोगों में मतदान को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। जनता बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुँचकर नक्सलियों के बहिष्कार आह्वान का विरोध कर रही है। राज्य सरकार और चुनाव आयोग की तरफ से भी मतदाताओं को सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है ताकि हर नागरिक अपने मत का सही उपयोग कर सके।
निष्कर्ष
इस प्रकार, नक्सलियों की धमकियों और अवरोधों के बावजूद झारखंड की जनता लोकतांत्रिक प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है। राज्य प्रशासन, सुरक्षा बलों और चुनाव आयोग के प्रयासों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर व्यक्ति सुरक्षित रूप से मतदान कर सके, जिससे लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक अहम योगदान हो सके।