झारखंड की राजधानी रांची में स्थित डोरंडा के जैप-1 मैदान में मंगलवार को 19वीं झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट का शुभारंभ किया गया। इस महत्वपूर्ण आयोजन का उद्घाटन राज्य की गृह सचिव वंदना दादेल और झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता द्वारा किया गया। यह मीट झारखंड पुलिस की विभिन्न शाखाओं के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है, जहां कानून प्रवर्तन अधिकारियों की क्षमता और कौशल का परीक्षण किया जाता है। इस चार दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन सीआईडी (अपराध अनुसंधान विभाग) द्वारा किया जा रहा है, और इसमें पुलिस के विभिन्न कौशलों को परखने के लिए कई परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं।
पुलिस ड्यूटी मीट का महत्त्व
झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट का आयोजन पुलिस कर्मियों के कार्य-कुशलता, ज्ञान और दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से किया जाता है। यह एक ऐसा मंच है जहां राज्य के पुलिस अधिकारी अपने पेशेवर कौशल को निखारने और कानूनी प्रक्रियाओं में महारत हासिल करने का अवसर प्राप्त करते हैं। इस मीट में न केवल शारीरिक और मानसिक कौशल का मूल्यांकन किया जाता है, बल्कि कानून से संबंधित जटिलताओं को समझने की क्षमता और न्यायिक प्रक्रियाओं की गहराई को भी परखा जाता है।
प्रतियोगिताओं का स्वरूप
इस पुलिस ड्यूटी मीट में पुलिसकर्मियों के लिए कई महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। इनमें प्रमुख रूप से विधि विज्ञान परीक्षा (लिखित), मेडिको लीगल परीक्षा, पुलिस फोटोग्राफी, क्राइम इन्वेस्टीगेशन, विज्ञान प्रायोगिक और मौखिक परीक्षा शामिल हैं।
- विधि विज्ञान परीक्षा: इस परीक्षा में पुलिस कर्मियों को फॉरेंसिक साइंस से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देना होता है, जिससे अपराध स्थल की जांच, सबूत संग्रहण और वैज्ञानिक विधियों का ज्ञान परखा जाता है।
- मेडिको लीगल परीक्षा: इसमें पुलिसकर्मियों को चिकित्सा और कानून से जुड़े विभिन्न मामलों का सामना करना पड़ता है, जैसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट का विश्लेषण, घावों का विश्लेषण और कानूनी चिकित्सा साक्ष्य का मूल्यांकन।
- पुलिस फोटोग्राफी: इस प्रतियोगिता में पुलिसकर्मी अपराध स्थल की फोटोग्राफी तकनीक में अपने कौशल का प्रदर्शन करते हैं। इसमें यह परखा जाता है कि पुलिसकर्मी किस तरह से घटना स्थल की तस्वीरों के माध्यम से साक्ष्य प्रस्तुत कर सकते हैं।
- क्राइम इन्वेस्टीगेशन लॉ रूल्स और कोर्ट जजमेंट: इस परीक्षा में पुलिसकर्मियों को कानूनी नियमों और न्यायालय के फैसलों की गहरी समझ की आवश्यकता होती है, ताकि वे अपराधों की जांच के दौरान सही कानूनी प्रक्रियाओं का पालन कर सकें।
- श्वान दस्ता: इस मीट में विशेष रूप से प्रशिक्षित श्वान दस्ते की भी भागीदारी होती है, जिनका इस्तेमाल अपराधों की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए किया जाता है।
झारखंड की विभिन्न पुलिस इकाइयों की भागीदारी
इस राज्य स्तरीय पुलिस ड्यूटी मीट में झारखंड के विभिन्न पुलिस क्षेत्रों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। इसमें दक्षिणी छोटानागपुर क्षेत्र, रांची, कोयला क्षेत्र, बोकारो, संथाल परगना क्षेत्र, दुमका, उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र, हजारीबाग, पलामू क्षेत्र, डालटनगंज, कोल्हान क्षेत्र, चाईबासा और अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) की टीमें शामिल हैं। इस मीट में प्रत्येक क्षेत्र से पुलिसकर्मी अपनी-अपनी टीमों के साथ हिस्सा ले रहे हैं, और अपने कौशल को साबित करने के लिए मुकाबला कर रहे हैं।
चयन प्रक्रिया और आगामी अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट
इस पुलिस ड्यूटी मीट के अंत में एक परीक्षक मंडल द्वारा सभी विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा। ये चयनित प्रतिभागी झारखंड की राज्य स्तरीय टीम का हिस्सा बनेंगे और आगामी जनवरी में रांची में आयोजित होने वाली 68वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट में झारखंड पुलिस का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता में झारखंड के चयनित पुलिसकर्मी देश भर की पुलिस इकाइयों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिससे न केवल उनकी योग्यता का परीक्षण होगा, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी मिलेगा।
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
इस भव्य उद्घाटन समारोह में कई उच्चस्तरीय अधिकारी मौजूद थे। डीजीपी अनुराग गुप्ता के साथ, डीजी आरके मल्लिक, मुरारी लाल मीणा, एडीजी संजय आनंद लाठकर, प्रिया दुबे, आईजी असीम विक्रांत मिंज, और एसपी चंदन झा, राकेश रंजन भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इन सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने इस आयोजन की सराहना की और इसे पुलिसकर्मियों के कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
निष्कर्ष
19वीं झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट पुलिसकर्मियों के लिए न केवल एक प्रतियोगिता है, बल्कि यह उनके आत्मविश्वास, कुशलता और कानूनी ज्ञान को निखारने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस तरह के आयोजनों से पुलिस कर्मियों को न केवल बेहतर तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने की प्रेरणा मिलती है, बल्कि यह उन्हें आधुनिक कानून व्यवस्था और तकनीकी विकास के साथ अद्यतन रहने का अवसर भी प्रदान करता है। इस मीट के माध्यम से झारखंड पुलिस का उद्देश्य न केवल पुलिसकर्मियों की दक्षता को बढ़ाना है, बल्कि कानून और न्याय व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाना है।