लातेहार, झारखंड: झारखंड के लातेहार जिले में माओवादियों ने एक और खौफनाक घटना को अंजाम दिया है। यहां एक ठेकेदार के सुपरवाइजर को गोली मारकर हत्या कर दी गई और इस दौरान सड़क निर्माण में उपयोग हो रही कई महंगी मशीनों को आग के हवाले कर दिया गया। यह घटना इलाके में माओवादी गतिविधियों के बढ़ते खतरे का एक और उदाहरण बनकर सामने आई है।

घटना का विवरण

लातेहार जिले में एक सड़क निर्माण परियोजना के तहत काम चल रहा था, जिसमें अय्यूब खान नामक एक सुपरवाइजर ठेकेदार के साथ काम कर रहा था। माओवादियों ने अय्यूब खान को निशाना बनाते हुए उसे गोली मार दी। इसके बाद उन्होंने निर्माण क्षेत्र में खड़ी कई मशीनों को आग लगा दी, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

पुलिस प्रशासन ने मृतक की पहचान अय्यूब खान के रूप में की है, जो सड़क निर्माण परियोजना में सुपरवाइजर के तौर पर कार्यरत था। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और इस मामले में माओवादियों का हाथ होने की आशंका जताई है।

पुलिस प्रशासन का बयान

लातेहार के पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि प्रारंभिक जांच से यह प्रतीत हो रहा है कि इस हत्या और आगजनी के पीछे माओवादियों का हाथ हो सकता है। एसपी ने बताया कि घटना के बाद पुलिस की कई टीमें मौके पर भेजी गई हैं और मामले की गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि माओवादियों का क्या उद्देश्य था और क्यों उन्होंने इस तरह की हिंसक कार्रवाई की।

माओवादियों का बढ़ता आतंक

झारखंड में माओवादियों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब माओवादियों ने सड़क निर्माण कार्य या अन्य विकास कार्यों को निशाना बनाया हो। ऐसे हमलों का उद्देश्य अक्सर सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों को रोकना और स्थानीय समुदायों को आतंकित करना होता है।

पुलिस की टीमें मामले की जांच में जुटी हुई हैं और इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या माओवादियों ने इस हमले को किसी विशेष उद्देश्य के तहत अंजाम दिया है। इसके अलावा, यह भी देखा जा रहा है कि क्या माओवादियों के साथ अन्य स्थानीय तत्व जुड़े हुए हैं जो इस तरह की हिंसक घटनाओं को अंजाम देते हैं।

स्थानीय प्रशासन की चिंता

स्थानीय प्रशासन के लिए यह घटना बड़ी चिंता का कारण बन गई है। झारखंड में माओवादी समूहों की गतिविधियाँ कभी भी जटिल हो सकती हैं, और ऐसे हमले स्थानीय लोगों के मनोबल को भी प्रभावित कर सकते हैं। पुलिस ने इस मामले को प्राथमिकता देते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित किया है और घटना की गहन जांच का आश्वासन दिया है।

निष्कर्ष

लातेहार में माओवादियों द्वारा एक सुपरवाइजर की हत्या और सड़क निर्माण मशीनों को आग लगाने की घटना झारखंड के ग्रामीण इलाकों में माओवादी गतिविधियों के बढ़ते प्रभाव का संकेत देती है। पुलिस और प्रशासन को इस तरह के हमलों का मुकाबला करने के लिए ठोस रणनीतियों की आवश्यकता है, ताकि विकास कार्यों को बाधित किए बिना शांति बनाए रखी जा सके। पुलिस की जांच इस बात पर केंद्रित है कि माओवादियों का असल उद्देश्य क्या था और वे इस हिंसक कृत्य को क्यों अंजाम दे रहे हैं।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version