रांची। आगामी बकरीद पर्व को लेकर झारखंड पुलिस ने राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपनी तैयारियाँ तेज कर दी हैं। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से राज्य के पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने सोमवार को सभी रेंज आईजी, डीआईजी और जिलों के एसपी के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक की। इस बैठक में त्योहार के दौरान किसी भी प्रकार की सामाजिक या सांप्रदायिक अशांति से निपटने के लिए व्यापक रणनीतियों पर चर्चा की गई और ज़रूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए।
डीजे पर भड़काऊ और अश्लील गानों पर प्रतिबंध
बैठक के दौरान यह स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया कि त्योहार के दौरान डीजे सिस्टम के माध्यम से भड़काऊ, अश्लील या आपत्तिजनक गीतों के प्रसारण पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। पुलिस अधिकारियों को ऐसे मामलों पर सख्त निगरानी रखने और उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया है।
सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के सख्त निर्देश
वर्तमान डिजिटल युग में अफवाहों और उत्तेजक कंटेंट के ज़रिये साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए DGP ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की सतत निगरानी का आदेश भी दिया। साइबर सेल और जिला पुलिस की टीमें ऐसे कंटेंट की पहचान करेंगी और ज़रूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुराने मामलों की समीक्षा और असामाजिक तत्वों पर नजर
बैठक में बकरीद अथवा अन्य पर्वों के दौरान बीते वर्षों में हुई किसी भी साम्प्रदायिक घटना के मामलों की स्थिति की समीक्षा भी की गई। DGP ने स्पष्ट किया कि असामाजिक तत्वों पर समय रहते निरोधात्मक कार्रवाई की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति को बिगड़ने से पहले नियंत्रित किया जा सके।
संवेदनशील स्थानों पर CCTV, ड्रोन और वीडियोग्राफी से निगरानी
सभी जिलों के एसपी को यह निर्देश दिया गया कि धार्मिक स्थलों और संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए। ऐसे स्थानों पर CCTV कैमरे लगाने, ड्रोन से निगरानी करने और त्योहार के दिन वीडियोग्राफी करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, संयुक्त नियंत्रण कक्ष और आपातकालीन योजनाओं को भी सक्रिय रखने को कहा गया है।
दंगा नियंत्रण के लिए बल और संसाधन तैयार रखने के निर्देश
राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने हेतु जिलों में दंगारोधी वाहन, सुरक्षा उपकरण, वाटर केनन और दंगा नियंत्रण बलों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करने के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। पुलिस बलों को पूरी तरह से अलर्ट मोड में रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
पशु तस्करी पर विशेष निगरानी
पर्व के दौरान प्रतिबंधित पशुओं की अवैध तस्करी और परिवहन पर भी सख्त नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिलों को आदेशित किया गया है कि वे वारंटियों और लंबित कुर्की वारंटों के निष्पादन में तेजी लाएं।
जिला और थाना स्तरीय शांति समिति की बैठकें अनिवार्य
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने निर्देश दिया कि प्रत्येक जिला एवं थाना स्तर पर शांति समिति की बैठकें आयोजित की जाएं ताकि सभी समुदायों के लोगों से संवाद स्थापित कर शांति और सौहार्द का वातावरण सुनिश्चित किया जा सके। स्थानीय समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों और धर्मगुरुओं को इन बैठकों में शामिल किया जाएगा।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की भी बैठक में रही सक्रिय भूमिका
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में ADG प्रिया दूबे, IG अभियान माइकलराज एस, IG जगुआर अनुप बिरथरे, DIG जगुआर इंद्रजीत माहथा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मुख्यालय से वर्चुअली जुड़े रहे। सभी रेंजों के अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में त्योहार को लेकर तैयार की गई रणनीतियों की विस्तृत प्रस्तुति दी।
निष्कर्ष
झारखंड पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार बकरीद को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। चाहे सोशल मीडिया पर निगरानी हो, डीजे पर अश्लील गानों की रोक हो, या संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था — राज्य भर में पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। अब जिम्मेदारी आम नागरिकों की भी है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें और किसी भी अफवाह या उत्तेजक सामग्री से बचें।