रांची/धनबाद। झारखंड एटीएस ने आतंकी संगठन हिज्ब उत-तहरीर से कथित तौर पर जुड़े चार संदिग्धों को तीन दिन की न्यायिक रिमांड पर लिया है। इनमें एक महिला भी शामिल है। सभी को धनबाद के वासेपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया था और अब उनसे गहन पूछताछ की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
रिमांड पर लेकर शुरू हुई पूछताछ
झारखंड एटीएस ने बुधवार को अदालत से चारों आरोपियों की कस्टडी की मांग की थी, जिसे मंजूरी मिल गई। अदालत के आदेश के बाद एटीएस टीम ने उन्हें बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से अपनी हिरासत में लिया और उसी दिन से पूछताछ की कार्रवाई शुरू कर दी गई। यह पूछताछ शुक्रवार शाम तक चलेगी।
विदेशी कनेक्शन पर फोकस
सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने कई अहम सुराग दिए हैं, जिनकी पुष्टि के लिए एटीएस लगातार जांच कर रही है। जांच एजेंसी का मुख्य फोकस अब इन संदिग्धों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और विदेश में बैठे कथित संचालकों से संबंधों की पड़ताल पर है।
गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि
उल्लेखनीय है कि एटीएस ने बीते शनिवार को एक गुप्त सूचना के आधार पर धनबाद के वासेपुर और उसके आसपास के इलाकों में छापेमारी कर चार लोगों को हिरासत में लिया था। इनकी पहचान गुलफाम हसन (21), आयान जावेद (21), उसकी पत्नी शबनम परवीन (20) और मोहम्मद शहजाद आलम (20) के रूप में हुई है। सभी को रविवार को जेल भेजा गया था।
हथियार और दस्तावेज बरामद
एटीएस ने गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से एक पिस्टल, जिंदा कारतूस और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए थे, जिनमें आतंकी गतिविधियों से संबंधित सामग्री होने की आशंका है। बरामद सामान को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पूछताछ के बाद खुल सकते हैं और राज
एटीएस अधिकारियों का मानना है कि रिमांड के दौरान होने वाली पूछताछ से कई अन्य सहयोगियों और नेटवर्क की जानकारी मिल सकती है। साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इन युवाओं की भर्ती कैसे और किस माध्यम से की गई।
हिज्ब उत-तहरीर केस: झारखंड एटीएस की कार्रवाई की टाइमलाइन
1. शनिवार (दिनांक: 26 अप्रैल 2025)
- एटीएस ने धनबाद के वासेपुर से 4 संदिग्धों को गिरफ्तार किया
- बरामद: पिस्टल, कारतूस, संदिग्ध दस्तावेज
- सभी को रविवार को न्यायिक हिरासत में भेजा गया
2. बुधवार (दिनांक: 30 अप्रैल 2025)
- एटीएस ने अदालत से 3 दिन की रिमांड मांगी
- अदालत से अनुमति मिलने के बाद चारों को हिरासत में लिया गया
- रांची के बिरसा मुंडा कारा से एटीएस कार्यालय लाया गया
3. बुधवार शाम – शुक्रवार (1 मई 2025 तक)
- रिमांड पर पूछताछ जारी
- पूछताछ में मिले सुरागों के आधार पर विदेशी कनेक्शन की जांच शुरू
- ऑपरेशन का फोकस: संगठन की गतिविधियाँ, विदेशी फंडिंग, स्थानीय नेटवर्क