हजारीबाग/झारखंड
झारखंड पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक और बड़ी सफलता मिली है। हजारीबाग जिले के चरही इलाके से दो सक्रिय नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी पहचान नूतन गंझू और प्रेम गंझू के रूप में की गई है। यह कार्रवाई राज्य पुलिस की खुफिया सूचना और तत्परता का परिणाम मानी जा रही है।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि चरही क्षेत्र में कुछ नक्सली सक्रिय रूप से मूवमेंट कर रहे हैं। सूचना मिलते ही एक विशेष टीम गठित कर छापेमारी की गई, जिसमें दोनों संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार नक्सलियों से पूछताछ की जा रही है और उनके नेटवर्क की गहन पड़ताल की जा रही है।
नक्सल विरोधी राष्ट्रीय मिशन को मिला बल
केंद्र सरकार द्वारा देशभर में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान को इस गिरफ्तारी से एक और मजबूती मिली है। गृह मंत्री अमित शाह पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि भारत को वर्ष 2026 तक नक्सलमुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे में झारखंड जैसे संवेदनशील राज्य में इस तरह की सफलताएं इस मिशन की दिशा में सकारात्मक संकेत देती हैं।
इन राज्यों में तेज हुआ है अभियान
हाल के महीनों में छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और झारखंड में सुरक्षा बलों द्वारा नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। इनमें कई बड़े एनकाउंटर भी हुए हैं, जिनमें सैकड़ों नक्सली मारे जा चुके हैं। हजारीबाग की यह गिरफ्तारी इसी कड़ी का हिस्सा मानी जा रही है।
पूछताछ में खुल सकते हैं कई राज
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नूतन गंझू और प्रेम गंझू से पूछताछ जारी है। संभावना है कि इनके माध्यम से नक्सल संगठन के स्थानीय नेटवर्क, हथियार आपूर्ति और स्लीपर सेल्स से जुड़ी अहम जानकारियां मिल सकती हैं। गिरफ्तार आरोपियों के पुराने आपराधिक रिकार्ड और संगठन में भूमिका की भी जांच की जा रही है।
निष्कर्ष:
हजारीबाग पुलिस की यह कार्रवाई राज्य में नक्सल गतिविधियों के खिलाफ मजबूती से उठाया गया कदम है। जिस प्रकार देशभर में सुरक्षा एजेंसियां संगठित रूप से नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने में लगी हैं, यह गिरफ्तारी उस दिशा में एक और मील का पत्थर साबित हो सकती है।