मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का झारखंड दौरा: क्या है उद्देश्य?
लोकसभा चुनाव-2024 के पहले चरण से ठीक पहले मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार झारखंड के तीन दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। 11 अप्रैल को वे रांची पहुंचेंगे और 13 अप्रैल तक राज्य में विभिन्न निर्वाचन गतिविधियों का जायज़ा लेंगे। इस दौरान वे रांची और रामगढ़ में बीएलओ और वॉलेंटियर्स से सीधे संवाद करेंगे।
CEC के दौरे की पूरी रूपरेखा:
11 अप्रैल:
- रांची आगमन
- निर्वाचन सदन में तैयारियों की समीक्षा
- अधिकारियों से संवाद
12 अप्रैल:
- रामगढ़ दौरा
- लोकसभा और विधानसभा चुनाव 2024 में भाग लेने वाले वॉलेंटियर से मिलेंगे
- उनके अनुभव जानेंगे और मतदान में उनकी भूमिका को समझेंगे
13 अप्रैल:
- रांची के दशम फॉल में बीएलओ (Booth Level Officers) से मुलाकात
- दुर्गम इलाकों में काम कर रहे बीएलओ की चुनौतियों और प्रयासों को जानेंगे
प्रशासनिक स्तर पर क्या हो रही है तैयारी?
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने मंगलवार को निर्वाचन सदन में बैठक की, जिसमें दौरे की तैयारियों की समीक्षा की गई। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि दौरे से जुड़े सभी कार्य समय पर और व्यवस्थित तरीके से पूरे हों।
बैठक में मौजूद प्रमुख अधिकारी:
• डॉ. नेहा अरोड़ा, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी
• एवी होमकर, राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी
• मंजूनाथ भजंत्री, उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन पदाधिकारी, रांची
• चंदन कुमार, एसएसपी रांची
• रामगढ़ से चंदन कुमार, उपायुक्त (वीसी के माध्यम से)
CEC दौरे का महत्व क्या है?
इस दौरे का उद्देश्य सिर्फ चुनावी तैयारियों की समीक्षा नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर मतदान प्रक्रिया को मजबूत करने वाले लोगों की सहभागिता को समझना और सराहना करना है। चुनाव आयोग अब वॉलेंटियर और बीएलओ की भूमिका को केवल एक औपचारिक दायित्व न मानकर, लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ के रूप में देख रहा है।