जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले को लेकर देशभर में जहां शोक की लहर है, वहीं इस हमले पर खुशी मनाने वाले एक युवक मोहम्मद नौशाद को झारखंड से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तान को खुलेआम बधाई दी थी, जिसके बाद उसका यह रवैया सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और लोगों ने उस पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
बोकारो से हुई गिरफ्तारी, मदरसे से हासिल की है शिक्षा
झारखंड के बोकारो जिले के मखदुमपुर इलाके से 35 वर्षीय मोहम्मद नौशाद को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया। वह वर्तमान में अपने पिता के साथ वहीं रह रहा था। जानकारी के अनुसार, नौशाद ने बिहार के एक मदरसे से कुरान की तालीम ली है और धार्मिक शिक्षा में डिग्री प्राप्त की है। उसका एक भाई दुबई में काम करता है और उसी के नाम पर जारी सिम कार्ड का इस्तेमाल कर नौशाद इंस्टाग्राम, एक्स (पूर्व में ट्विटर) और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय था।
भड़काऊ पोस्ट्स, पाकिस्तान और आतंकी संगठन की खुलेआम तारीफ
नौशाद ने एक्स पर उर्दू में एक पोस्ट कर लिखा था, “शुक्रिया पाकिस्तान, शुक्रिया लश्कर-ए-तैयबा, अल्लाह तुम्हें हमेशा खुश रखे। आमीन, आमीन। हमें ज्यादा खुशी होगी अगर आरएसएस, भाजपा, बजरंग दल और मीडिया को निशाना बनाया जाए।” इस पोस्ट के साथ उसने हंसने वाले इमोजी भी शेयर किए। उसके अन्य पोस्ट्स में भी कट्टरपंथी और देशविरोधी बातें लिखी गई थीं, जो न केवल संवेदनशील थीं बल्कि समाज में तनाव फैलाने वाली भी थीं।
पहले भी दे चुका था भड़काऊ बयान
नौशाद की सोशल मीडिया गतिविधियों पर नजर डालने पर पता चला कि वह पहले भी इस प्रकार की भड़काऊ बातें करता रहा है। इसके खिलाफ पहले भी कुछ लोगों ने झारखंड पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन इस बार पुलवामा जैसी घटना पर उसकी प्रतिक्रिया ने लोगों को झकझोर दिया।
पुलिस ने बनाई SIT, टेक्निकल सेल की मदद से गिरफ्तारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए बोकारो के एसपी मनोज स्वर्गीयारी ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। इस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह को सौंपा गया। टेक्निकल सेल की मदद से आरोपी की लोकेशन ट्रैक की गई और देर रात ऑपरेशन चलाकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कड़ी पूछताछ जारी, न्यायिक प्रक्रिया में अगला कदम
पुलिस हिरासत में आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही उसे अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से उसकी न्यायिक हिरासत तय होगी।
समाज में बढ़ती कट्टरता पर सवाल
यह मामला न केवल कानून व्यवस्था का प्रश्न है, बल्कि यह भी बताता है कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर कट्टरपंथी मानसिकता कैसे फैल रही है। ऐसे मामलों में पुलिस की तत्परता तो सराहनीय है, लेकिन यह भी जरूरी है कि इस तरह की सोच को पनपने से पहले ही रोका जाए।