रांची
झारखंड एटीएस ने आतंकी नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए धनबाद से पति-पत्नी समेत चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच में इन सभी के तार अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से जुड़े पाए गए हैं। फिलहाल सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और एटीएस अब रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की तैयारी में जुट गई है।
गिरफ्तार किए गए संदिग्धों की पहचान
एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- गुलफाम हसन (21 वर्ष) – वासेपुर, अलीनगर
- मोहम्मद शहजाद आलम (20 वर्ष) – वासेपुर, अलीनगर
- आयान जावेद (21 वर्ष) – भूली, आजाद नगर अमन सोसायटी
- शबनम परवीन (20 वर्ष) – शमशेर नगर गली नंबर-3, (आयान की पत्नी)
चारों को शनिवार को गिरफ्तार कर रांची लाया गया था। रविवार को इन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।
संदिग्धों की गिरफ्तारी से लेकर रिमांड तक
दिनांक | घटना |
26 अप्रैल 2025 | झारखंड एटीएस को आतंकी नेटवर्क से जुड़ी गुप्त सूचना मिली। |
27 अप्रैल 2025 | धनबाद के अलग-अलग इलाकों से 4 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। |
27 अप्रैल 2025 | सभी संदिग्धों को रांची लाकर प्रारंभिक पूछताछ शुरू की गई। |
28 अप्रैल 2025 | चारों आरोपियों को रांची की अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। |
28 अप्रैल 2025 | एटीएस ने रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू की। |
आगामी दिन | रिमांड पर लेकर विस्तृत पूछताछ और डिजिटल फॉरेंसिक जांच की जाएगी। |
एटीएस के हाथ लगे अहम सुराग
जेल भेजे जाने से पहले प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने एटीएस को कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी हैं। एटीएस को इनके कब्जे से दो पिस्तौल, 12 जिंदा कारतूस, प्रतिबंधित संगठनों से संबंधित कई किताबें, आपत्तिजनक दस्तावेज, मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद हुए हैं।
इन जब्त सामग्रियों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है ताकि नेटवर्क और गतिविधियों की पूरी जानकारी मिल सके।
आतंकी संगठनों से जुड़े तार
जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार संदिग्धों का संबंध हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) और अलकायदा इन इंडियन सबकांटिनेंट (AQIS) जैसे आतंकी संगठनों से है। प्रारंभिक सूचनाओं के अनुसार, ये समूह झारखंड में युवाओं को बहलाने-फुसलाने और उन्हें धार्मिक कट्टरता की ओर उकसाने का प्रयास कर रहे थे। साथ ही, राज्य में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने की भी योजना बनाई जा रही थी।
अवैध हथियार तस्करी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की योजना
गुप्तचर एजेंसियों को मिली सूचना के आधार पर एटीएस ने जांच शुरू की थी। पता चला कि ये संदिग्ध सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से युवाओं को गुमराह कर अपने नेटवर्क से जोड़ने की कोशिश कर रहे थे। इसके साथ ही धनबाद जिले में अवैध हथियारों का व्यापार भी संचालित किया जा रहा था।
सूत्रों के अनुसार, इनका उद्देश्य राज्य में कोई बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देना था।
आगे की कार्रवाई: रिमांड पर लेकर होगी पूछताछ
एटीएस अब चारों आरोपियों को रिमांड पर लेने के लिए अदालत में अर्जी दाखिल करने जा रही है। रिमांड मिलने के बाद विस्तृत पूछताछ के जरिए इनके नेटवर्क, फंडिंग सोर्स, ट्रेनिंग और राज्य में सक्रिय अन्य सहयोगियों का पता लगाने का प्रयास किया जाएगा।
एटीएस एसपी ऋषभ झा के मुताबिक, रिमांड के दौरान जब्त दस्तावेजों और डिजिटल डिवाइसेज की भी गहन पड़ताल की जाएगी।
बढ़ती आतंकी गतिविधियों पर चिंता
झारखंड जैसे शांतिप्रिय राज्य में आतंकी नेटवर्क के फैलाव की आशंका सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है। हाल के दिनों में जिस तरह से प्रतिबंधित संगठनों की सक्रियता के संकेत मिले हैं, उसे देखते हुए अब एटीएस और खुफिया एजेंसियां राज्य भर में सतर्कता बढ़ा चुकी हैं।