रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से आज झारखंड मंत्रालय में अबुआ संथाल समाज भारत दिशोम केंद्रीय समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में संथाल समाज के कल्याण और विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर मुख्यमंत्री से चर्चा की और उनके समाधान के लिए सरकार से सहयोग की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल की प्राथमिकताएँ
अबुआ संथाल समाज भारत दिशोम केंद्रीय समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से राज्य में संथाल समुदाय के लिए शैक्षिक, सामाजिक और आर्थिक योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने का अनुरोध किया। उन्होंने संथाल युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने, शिक्षा में सुधार और समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने जनकल्याण योजनाओं में संथाल समाज के समावेश की दिशा में राज्य सरकार से सख्त कदम उठाने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री का आश्वासन
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने प्रतिनिधिमंडल को उनकी मांगों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए आश्वस्त किया कि राज्य सरकार संथाल समाज के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही कई योजनाओं के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों की भलाई के लिए कार्य कर रही है, और संथाल समुदाय के विकास के लिए और अधिक योजनाओं की शुरुआत की जाएगी। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को इन मुद्दों पर शीघ्र विचार करने के निर्देश दिए।
भविष्य के कदम
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम जैसे मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना और शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाओं का संथाल समाज के लोग लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को इन योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने और संथाल समुदाय तक इनका लाभ पहुँचाने के लिए सक्रिय प्रयास करने का निर्देश दिया।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से अबुआ संथाल समाज भारत दिशोम केंद्रीय समिति के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात राज्य सरकार की संथाल समुदाय के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती है। इस बैठक के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि राज्य सरकार संथाल समाज के लिए आवश्यक कदम उठाएगी, जिससे उनके सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।