छठ पूजा के अवसर पर अपने घरों को लौटते श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी होने के कारण रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ देखी जा रही है। विशेषकर यूपी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) और जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) की टीमें लगातार स्टेशन और ट्रेनों में भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में लगी हुई हैं। इस दौरान यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, इन सुरक्षा बलों ने यात्रियों को भीड़भाड़ के दौरान सुरक्षित यात्रा के टिप्स भी दिए हैं।
ट्रेनों में बढ़ती भीड़ और सुरक्षा बलों की चुनौती
त्योहारों के दौरान ट्रेनों में यात्री भार हमेशा से अधिक रहता है, लेकिन छठ पूजा के दौरान इस भीड़ में कई गुना बढ़ोतरी देखी गई है। घर लौटते यात्रियों की भीड़ का आलम यह है कि यात्री दरवाजों से लटककर यात्रा करने के लिए मजबूर हो गए हैं। आरपीएफ और जीआरपी की टीमें भीड़ को काबू में रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं, लेकिन इसके बावजूद भी यात्रियों को भीड़ के कारण परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, सुरक्षा बलों ने यह सुनिश्चित किया है कि प्लेटफार्मों पर भीड़ को सही ढंग से व्यवस्थित किया जाए और जरूरतमंद लोगों को समय पर सहायता दी जा सके।
यात्रियों के लिए सुरक्षा टिप्स
आरपीएफ और जीआरपी के जवान यात्रियों को यह भी निर्देश दे रहे हैं कि वे ट्रेन के दरवाजों और फुटबोर्ड पर न लटकें, क्योंकि इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है। साथ ही उन्हें सलाह दी जा रही है कि प्लेटफार्म पर अनुशासन बनाए रखें, ट्रेन में चढ़ते समय धक्का-मुक्की से बचें, और किसी भी असुविधा या सहायता की जरूरत पड़ने पर सुरक्षा बलों को सूचित करें।
भीड़ का असर और ट्रेनों की स्थिति
छठ पूजा के कारण घर लौटने वाले लोग इतनी अधिक संख्या में हैं कि ट्रेन में सीट पाने में लोगों को दिक्कत हो रही है। यह स्थिति केवल जंक्शन ही नहीं बल्कि अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर भी देखी जा रही है। भीड़भाड़ के चलते पहले से ट्रेन में बैठे यात्री भी असुविधा का सामना कर रहे हैं, और नए यात्रियों के लिए ट्रेन में चढ़ना किसी चुनौती से कम नहीं है।
निष्कर्ष
त्योहारों के दौरान घर लौटने की भावना में रेलवे यात्रियों की भारी संख्या अपने आप में एक विशेष संस्कृति को दर्शाती है, लेकिन इसे सुव्यवस्थित करना सुरक्षा बलों के लिए एक कठिन कार्य है। आरपीएफ और जीआरपी के जवान इस चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में मुस्तैदी से लगे हुए हैं, ताकि सभी लोग अपने गंतव्य पर सुरक्षित पहुंच सकें। ऐसे समय में यात्रियों का अनुशासन और सहयोग सुरक्षा के लिए अत्यधिक आवश्यक है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।