चक्रधरपुर, झारखंड

चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के सामने स्थित मिनी मार्केट और आसपास की दुकानों पर रेलवे ने अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू कर दिया है। शुक्रवार को रेलवे ने अभियान के तहत शाम तक 7 दुकानों को तोड़ दिया। यह अभियान देर शाम तक जारी रहा और अब 35 और दुकानों पर कार्रवाई की तैयारी है।

अचानक माइकिंग के बाद शुरू हुआ अभियान

शुक्रवार सुबह रेलवे प्रशासन ने स्टेशन परिसर में माइकिंग के जरिए दुकानदारों को शाम तक दुकानें खाली करने की चेतावनी दी। इसके बाद रेलवे की दो जेसीबी मशीनों के साथ आरपीएफ और कोरस कमांडो के जवान मौके पर तैनात हो गए।

अभियान की निगरानी कार्यपालक दंडाधिकारी जितेंद्र कुमार गुप्ता, चक्रधरपुर थाना प्रभारी राजीव रंजन, रेलवे के एईएन राजीव कुमार, और अन्य अधिकारी कर रहे थे। दोपहर 12 बजे सबसे पहले मिनी मार्केट के पुराने बेरिकेड को हटाया गया। इसके बाद हनुमान मंदिर के पास स्थित होटल, सुभल शौचालय के सामने की झाड़ियां, और रेलवे पार्सल कार्यालय के पास स्थित दुकानों को बुलडोजर के जरिए गिरा दिया गया।

60 साल पुरानी दुकानें भी अभियान की जद में

मिनी मार्केट में 60 साल पुरानी दुकानों सहित भरत होटल और अन्य प्रतिष्ठानों के दुकानदार सामान समेटते नजर आए। कई दुकानदारों ने वाहनों के जरिए अपने सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए। हालांकि, कुछ दुकानदारों ने अभियान को लेकर विरोध भी जताया और रेलवे अधिकारियों से अधिक समय की मांग की।

दुकानदारों का विरोध और रेलवे का सख्त रुख

कुछ दुकानदारों ने कहा कि रेलवे ने 17 और 18 जनवरी तक दुकानों को खाली करने की मोहलत दी थी, लेकिन कार्रवाई अचानक तेज कर दी गई। दुकानदारों ने मांग की थी कि उन्हें अपनी दुकानें खाली करने के लिए 18 जनवरी तक का समय दिया जाए।

रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि रात तक दुकानें खाली न करने पर शनिवार को बुलडोजर चलाकर सभी अतिक्रमण हटा दिए जाएंगे।

अतिक्रमण हटाने की मुहिम जारी रहेगी

रेलवे प्रशासन ने कहा कि यह अभियान क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए चलाया जा रहा है। स्टेशन परिसर के सामने अवैध निर्माण को हटाकर यात्री सुविधा और क्षेत्र के विकास का रास्ता खोला जाएगा।

निष्कर्ष:
चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के सामने अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई को रेलवे प्रशासन ने बेहद सख्ती से अंजाम दिया। हालांकि, दुकानदारों ने समय की मांग करते हुए नाराजगी जाहिर की, लेकिन रेलवे ने अतिक्रमण हटाने के लिए अपने निर्णय को स्पष्ट और कठोर बनाए रखा।

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