चाईबासा: चाईबासा जिले के मेघाहातुबुरु क्षेत्र में पारिवारिक विवाद के चलते दो सगे भाइयों के बीच हुई जमकर मारपीट का मामला सामने आया है। यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों भाइयों को एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने जाना पड़ा। इस घटना में बीच-बचाव करने गए मोहम्मद सलीम भी घायल हो गए, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई।
दो भाइयों के बीच पुराना विवाद
मेघाहातुबुरु निवासी नरेश चंद्र गुप्ता, जो सेल (SAIL) में कर्मचारी हैं, और उनके छोटे भाई गणेश चंद्र गुप्ता, जो ठेकेदार हैं, के बीच पहले से ही पारिवारिक विवाद चल रहा था। दोनों के बीच संपत्ति और अन्य पारिवारिक मुद्दों को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा था। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह पहला मौका नहीं है जब दोनों भाइयों के बीच झगड़ा हुआ हो। इससे पहले भी दो-तीन बार ऐसी स्थिति बन चुकी है और मामला थाने तक पहुंचा था, लेकिन हर बार पारिवारिक समझौते के जरिए समस्या को सुलझा लिया गया था।
केंद्रीय विद्यालय के सामने हुआ विवाद
ताजा घटना उस वक्त हुई जब दोनों भाई मेघाहातुबुरु स्थित केंद्रीय विद्यालय गेट के सामने किसी मुद्दे पर बहस करने लगे। बहस ने जल्द ही उग्र रूप ले लिया और दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। विवाद के दौरान गणेश और नरेश ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप भी लगाए। पास में खड़े मोहम्मद सलीम ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति इतनी तनावपूर्ण थी कि सलीम भी इस झगड़े में घायल हो गए।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मामले की सूचना मिलते ही किरीबुरु पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दोनों भाइयों को हिरासत में लेकर थाने ले गई। थाने में पहुंचकर दोनों भाइयों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। नरेश और गणेश दोनों ने कई गंभीर आरोप लगाए, जिनमें संपत्ति विवाद से लेकर अन्य पारिवारिक मुद्दे शामिल हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और दोनों पक्षों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
समझौता या कानूनी कार्रवाई?
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, परिवार के अन्य सदस्य और रिश्तेदार दोनों भाइयों के बीच सुलह कराने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, पहले भी ऐसे विवादों को पारिवारिक समझौते के माध्यम से सुलझाने का प्रयास किया गया था, लेकिन स्थिति बार-बार बिगड़ती जा रही है। इस बार दोनों भाइयों के आरोप गंभीर हैं, इसलिए यह देखना होगा कि मामला समझौते तक पहुंचता है या कानूनी कार्रवाई की दिशा में आगे बढ़ता है।
पारिवारिक विवादों की गंभीरता
यह घटना एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि पारिवारिक विवाद कितने गंभीर रूप ले सकते हैं। संपत्ति, पारिवारिक जिम्मेदारियों, और आपसी गलतफहमियों के चलते रिश्तों में दरार आना आम बात हो गई है। हालांकि, ऐसे मामलों में हिंसा और कानूनी विवादों से बचने के लिए संवाद और समझौते की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। लेकिन इस मामले में बार-बार समझौता होने के बाद भी विवाद का दोबारा उभरना बताता है कि केवल तात्कालिक समाधान की बजाय गहन पारिवारिक बातचीत और परामर्श की जरूरत है।