रांची, 13 सितंबर: झारखंड के रांची जिले के बुढ़मू प्रखंड के बिंजा गांव में बुधवार की शाम एक भेड़िये के हमले में दो ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना ने पूरे इलाके में भय और दहशत का माहौल बना दिया है। घटना में 55 वर्षीय बैजा भुइयां और 50 वर्षीय बहुरा गंजू शामिल हैं, जो उस समय अपने गांव के पास बकरियों को चराने गए थे।
घटना का विवरण:
बुधवार की शाम करीब 5 बजे बैजा भुइयां और बहुरा गंजू रोजाना की तरह अपनी बकरियों को लेकर जंगल के पास गए थे। अचानक एक भेड़िया वहां आया और उन पर हमला कर दिया। दोनों ग्रामीणों ने बहादुरी से भेड़िये का सामना किया, लेकिन वह उन पर गंभीर रूप से हमला कर चुका था। जैसे ही ग्रामीणों को इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने दोनों को तत्काल पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचाया।
इलाज और स्थिति:
दोनों घायलों को सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया गया। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल दोनों की स्थिति स्थिर है, लेकिन उन पर नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी तरह की जटिलता से निपटा जा सके। स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह भी बताया कि भेड़िये के काटने के बाद रेबीज का खतरा रहता है, इसलिए घायलों को एंटी रेबीज टीका देना जरूरी था।
ग्रामीणों में डर का माहौल:
इस घटना के बाद से बिंजा गांव सहित आस-पास के इलाकों में ग्रामीणों के बीच भय का माहौल है। लोग अब अपने पशुओं को चराने के लिए जंगल की ओर जाने से डर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि वन विभाग की टीम को इलाके में तैनात किया जाए ताकि भेड़ियों का पता लगाकर उनकी गतिविधियों पर नियंत्रण किया जा सके।
प्रशासन और वन विभाग की प्रतिक्रिया:
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में बुढ़मू और आस-पास के जंगलों में जंगली जानवरों की गतिविधियों में वृद्धि हुई है। उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और यह भी कहा कि जल्द ही इलाके में गश्त बढ़ाई जाएगी ताकि ऐसे हमलों को रोका जा सके।
समाधान की दिशा में प्रयास:
वन विभाग ने ग्रामीणों को जानकारी दी कि जंगली जानवरों से बचाव के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीणों को रात के समय जंगल में अकेले न जाने की सलाह दी है। वन विभाग जल्द ही इलाके में जागरूकता अभियान चलाने की योजना बना रहा है ताकि लोग भेड़िये और अन्य जंगली जानवरों से सुरक्षित रह सकें।
समापन:
बुढ़मू में हुए इस भेड़िये के हमले ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और ऐसे हमलों से बचाव के लिए प्रशासन को आवश्यक कदम उठाने होंगे। ग्रामीणों ने भी सामूहिक रूप से सतर्कता बरतने का संकल्प लिया है ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उम्मीद है कि वन विभाग और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से इलाके में फिर से शांति और सुरक्षा बहाल हो सकेगी।
इस घटना ने एक बार फिर जंगली जानवरों और मानव के बीच संघर्ष की गंभीरता को उजागर किया है, और इससे निपटने के लिए समग्र प्रयासों की आवश्यकता है।