रांची। झारखंड की राजधानी में ब्राउन शुगर के काले कारोबार का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस नेटवर्क की सरगना एक महिला है, जिसे पुलिस ने ‘ड्रग्स माफिया भाभी’ का नाम दिया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस महिला का नशे का धंधा न सिर्फ रांची बल्कि हजारीबाग, धनबाद, जमशेदपुर और रामगढ़ तक फैला हुआ है। वहीं, बिहार के कई जिलों तक भी इसकी जड़ें पहुंची हुई हैं। सबसे सनसनीखेज बात यह है कि यह माफिया गैंग खुद ब्राउन शुगर तैयार करता था — वह भी घर के भीतर।
पूरे परिवार का धंधा बन चुका था ड्रग्स सप्लाई
इस महिला के खिलाफ रांची के सुखदेवनगर थाने में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। जब पुलिस ने दबिश दी तो उसने सीधे अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस रिमांड पर हुई पूछताछ में उसने जो जानकारी दी, उससे पुलिस के भी होश उड़ गए। महिला ने कबूल किया कि उसके पति, देवर और भाई तक — सभी इस कारोबार में शामिल हैं। परिवार का एक-एक सदस्य ब्राउन शुगर बनाने और उसकी सप्लाई में लगा था।
रांची के पेडलर्स की पहली पसंद थी ‘भाभी’
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि राजधानी रांची में ब्राउन शुगर का अधिकतर व्यापार इसी महिला से जुड़ा हुआ था। शहर में जो भी स्थानीय डीलर नशे की खेप बेचते हैं, वह अधिकतर माल इसी नेटवर्क से लेते थे। यानी ‘भाभी’ झारखंड के ड्रग नेटवर्क में एक तरह से ‘हब’ बन चुकी थी।
खुद बनाते थे ब्राउन शुगर, घर बना लैब
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ड्रग्स माफिया ‘भाभी’ का गिरोह ब्राउन शुगर बाहर से मंगवाता नहीं था — वे इसे खुद तैयार करते थे। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि उनके घर में ही एक तरह की ‘मिनी लैब’ बना दी गई थी जहां ब्राउन शुगर को प्रोसेस किया जाता था। इसमें पूरा परिवार शामिल होता था। कौन कितना काम करेगा, इसकी बकायदा जिम्मेदारी बांटी गई थी।
पुलिस कर रही नेटवर्क की छानबीन
पुलिस अधिकारी कोतवाली डीएसपी के अनुसार, महिला ने कई अन्य तस्करों के नाम भी उजागर किए हैं। इन तस्करों के नेटवर्क का अब सत्यापन किया जा रहा है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस गिरोह की ब्राउन शुगर कहां-कहां भेजी जाती थी और इसके विदेशी नेटवर्क से कोई लिंक तो नहीं हैं।
बिहार के जिलों में भी फैली थी सप्लाई चेन
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस नेटवर्क की सप्लाई लाइन बिहार के सासाराम, गया, बक्सर और आरा जैसे शहरों तक फैली हुई है। पूछताछ में आरोपी महिला ने कबूला कि रेलवे स्टेशन के आसपास के इलाकों में उसका बेस सक्रिय था। यहीं से खेपों की डिलीवरी होती थी।
अगला निशाना कौन?
इस पूरे मामले ने रांची पुलिस को अलर्ट कर दिया है। नशे के नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है, इसकी तह तक जाने के लिए अब विशेष जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही इस मामले में कुछ और बड़े चेहरों की गिरफ्तारी हो सकती है।