रांची:
राजधानी रांची में बीजेपी नेता और पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल महतो उर्फ अनिल टाइगर की दिनदहाड़े हुई हत्या के मामले में रांची पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गुरुवार को इस सनसनीखेज हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य शूटर अमन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले घटना के दिन ही पुलिस ने एक अन्य शूटर रोहित वर्मा को गिरफ्तार किया था।
एसएसपी चंदन सिन्हा ने एसआईटी का किया गठन
इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड के बाद रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था। SIT की टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और रोहित से पूछताछ के आधार पर शूटर अमन की गिरफ्तारी सुनिश्चित की। सूत्रों की मानें तो इस मामले में तीन और लोगों की गिरफ्तारी हुई है, लेकिन पुलिस की ओर से अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
कुडू बस स्टैंड हत्याकांड से जुड़ा कनेक्शन
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार शूटर रोहित ने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने बताया कि अनिल टाइगर की हत्या का सीधा संबंध लोहरदगा जिले के कुडू बस स्टैंड में हुए सुभाष जायसवाल हत्याकांड से है। रोहित को शक था कि सुभाष की हत्या में अनिल टाइगर का हाथ था, और इसी शक के आधार पर बदले की भावना में उसने यह कदम उठाया।
भाजपा का डीजीपी से मिलकर ज्ञापन
अनिल टाइगर की हत्या के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। बुधवार को विधायक सीपी सिंह के नेतृत्व में बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी अनुराग गुप्ता से मुलाकात कर पूरे मामले का शीघ्र खुलासा करने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में बढ़ते अपराध—हत्या, डकैती और दुष्कर्म की घटनाओं—को लेकर भी चिंता जताई।
रांची बंद और सियासी प्रतिक्रिया
बीजेपी, आजसू, जेडीयू और अन्य संगठनों ने हत्या के विरोध में रांची बंद का आह्वान किया था, जिसका व्यापक असर देखने को मिला। शहर के प्रमुख बाज़ार बंद रहे और कई जगह सड़क जाम किया गया। आम जनता ने भी इस घटना पर नाराजगी जताते हुए अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
घटना 26 मार्च 2025 की है। रांची के कांके चौक पर अनिल टाइगर एक चाय की दुकान के पास खड़े थे, तभी बाइक सवार अपराधियों ने उनके सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही अनिल टाइगर की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल एक आरोपी की गिरफ्तारी की और घटनास्थल से बाइक बरामद की।