रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर राज्य में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को झारखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) अजय कुमार सिंह ने एक विशेष अंतरराज्यीय समन्वय बैठक की। पुलिस मुख्यालय सभागार में आयोजित इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, और उत्तर प्रदेश जैसे सीमावर्ती राज्यों के पुलिस महानिदेशकों और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।

चुनाव की रणनीति और अंतरराज्यीय समन्वय पर विशेष जोर

DGP अजय कुमार सिंह ने बैठक में मुख्य रूप से खुफिया जानकारियों का सक्रिय आदान-प्रदान करने, नोडल पदाधिकारियों की नियुक्ति करने और नक्सलियों के प्रभाव वाले क्षेत्रों में विशेष कार्ययोजना पर चर्चा की। बैठक में विशेष रूप से झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में आपराधिक गतिविधियों और नक्सली घटनाओं पर नकेल कसने के लिए रणनीतियों पर जोर दिया गया। इन प्रयासों के अंतर्गत अवैध शराब, नशीले पदार्थों की तस्करी, नकदी का अवैध प्रवाह, और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर भी कड़ी निगरानी रखने की योजनाओं पर चर्चा हुई।

नक्सलवाद पर प्रभावी नियंत्रण की कार्ययोजना

इस बैठक के दौरान झारखंड पुलिस के IG अभियान एवी होमकर ने नक्सलवाद के खात्मे पर जोर देते हुए एक विशेष रणनीति प्रस्तुत की। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय नक्सली संगठनों की गतिविधियों और उनके खिलाफ की जाने वाली कड़ी कार्रवाई की योजना पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि नक्सली संगठनों की आर्थिक स्थिति को कमजोर करने के लिए अवैध संपत्तियों की जब्ती और संबंधित सूचनाओं का आदान-प्रदान आवश्यक है।

सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध गतिविधियों पर रोकथाम

DGP अजय कुमार सिंह ने सीमावर्ती राज्यों के अधिकारियों से अपील की कि सीमा क्षेत्रों में नक्सलियों, अपराधियों, और तस्करी में शामिल गिरोहों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने विशेष रूप से यह सुझाव दिया कि अफीम, डोडा, नशीले पदार्थों, अवैध शराब और नकली नोटों के अवैध व्यापार पर प्रभावी रोकथाम के लिए चिन्हित चेकपोस्टों पर औचक निरीक्षण किया जाए। इस प्रक्रिया में सभी राज्यों के पुलिस अधीक्षकों के सहयोग से सीमावर्ती क्षेत्रों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकेगी।

रेलवे सुरक्षा और अन्य गंभीर अपराधों पर चर्चा

बैठक में रेलवे में होने वाले अपराधों को रोकने के लिए विशेष सुरक्षा उपायों पर भी चर्चा की गई। इसमें रेलवे पुलिस बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाने की बात कही गई ताकि रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके अतिरिक्त नकली भारतीय मुद्रा, हथियार, और विस्फोटकों की तस्करी पर प्रभावी रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने पर बल दिया गया।

चुनाव के दौरान सार्वजनिक सुरक्षा को प्राथमिकता

DGP अजय कुमार सिंह ने सभी राज्यों के अधिकारियों से आह्वान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सूचना-तंत्र को मजबूत करें, जिससे ज्यादा से ज्यादा अवैध सामग्री जैसे नकदी, हथियार, और मादक पदार्थों को जब्त किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि जो अपराधी एक राज्य से फरार होकर दूसरे राज्य में छुपे हुए हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए भी अंतरराज्यीय सहयोग बढ़ाया जाए।

उच्च अधिकारियों की उपस्थिति

इस बैठक में झारखंड और अन्य सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जैसे आरके मल्लिक, डॉ. संजय आनंद राव लाठकर, साकेत कुमार सिंह, अखिलेश झा, अमोल वीनुकांत होमकर, प्रभात कुमार, असीम विक्रांत मिंज, पंकज कंबोज, नरेंद्र कुमार सिंह, माईकल राज एस, इंद्रजीत माहथा सहित कई अन्य अधिकारी शामिल थे। इन अधिकारियों ने चुनाव प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा प्रबंधन को और बेहतर बनाने के लिए अपने विचार रखे और सुझाव दिए।

निष्कर्ष

DGP अजय कुमार सिंह द्वारा आयोजित इस बैठक का मुख्य उद्देश्य शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया को सुनिश्चित करना और सभी संबंधित राज्यों के बीच सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना है। विभिन्न राज्यों के पुलिस विभागों के बीच बेहतर समन्वय और सूचना आदान-प्रदान से यह संभव हो सकेगा कि चुनाव के दौरान जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा या असुरक्षा महसूस न हो।

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