रांची, 3 नवंबर – भाजपा द्वारा आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जारी किए गए संकल्प पत्र पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने इसे “फरेब पत्र” करार देते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का यह दस्तावेज़ राज्य की जनता को गुमराह करने का प्रयास है और इसमें आदिवासी एवं पिछड़ा वर्ग के हितों को हानि पहुँचाने की छवि उजागर होती है।
भाजपा पर घुसपैठ के मुद्दे पर असल जिम्मेदारी से भागने का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा अपने संकल्प पत्र में घुसपैठ के मुद्दे पर राज्य सरकार को दोषी ठहरा रही है। उनका कहना है कि यह मुद्दा केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय के अधीन आता है, और सीमाओं की सुरक्षा केंद्र की प्राथमिक जिम्मेदारी है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा इस मुद्दे का सहारा लेकर आदिवासी समुदाय को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है ताकि उनका समर्थन हासिल कर सके।
सरना धर्म कोड पर भाजपा का मौन
भाजपा द्वारा जारी संकल्प पत्र में सरना धर्म कोड का कोई उल्लेख नहीं किया गया, जिस पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई। कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति के अनुसार, राज्य की महागठबंधन सरकार ने इस धर्म कोड को लागू करने के लिए विधान सभा में बिल पारित किया था। आदिवासी समुदाय का यह महत्वपूर्ण मुद्दा भाजपा के संकल्प पत्र में नज़रअंदाज़ किया गया है, जिससे उनकी असल मंशा पर सवाल खड़े होते हैं।
पिछड़ा वर्ग और महिला कल्याण योजनाओं पर भी उठाए सवाल
प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा के संकल्प पत्र को ओबीसी और महिला कल्याण योजनाओं के मामले में भी पाखंड भरा बताया है। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में ओबीसी आरक्षण को 27% करने का वादा किया है, जबकि पहले बाबूलाल मरांडी के कार्यकाल में इसे घटाकर 14% कर दिया गया था। कांग्रेस ने इसे पिछड़ा वर्ग के अधिकारों से खिलवाड़ बताया है।
कांग्रेस ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री माईया सम्मान योजना को देखते हुए भाजपा ने गोगो दीदी योजना का ऐलान किया, लेकिन इसमें राशि 2500 से घटाकर 2100 रुपए महीना करने की बात कही जा रही है।
भाजपा कार्यकाल के दौरान रद्द हुए राशन कार्ड का मुद्दा
कांग्रेस ने अपने बयान में भाजपा पर राज्य के गरीब वर्ग को राशन कार्ड से वंचित करने का भी आरोप लगाया। रघुवर सरकार के समय लगभग 11 लाख गरीबों के राशन कार्ड रद्द कर दिए गए थे, जबकि वर्तमान महागठबंधन सरकार ने 23 लाख नए राशन कार्ड जारी किए।
निष्कर्ष: कांग्रेस का भरोसा
कांग्रेस के अनुसार, झारखंड की जनता अब भाजपा के झूठे वादों में आने वाली नहीं है और महागठबंधन सरकार की नीतियां जनता के लिए लाभकारी साबित हुई हैं। प्रदेश कांग्रेस को अपने कार्यों पर भरोसा है कि राज्य की जनता उन्हें पुनः सत्ता में लाएगी।