झारखंड के पलामू जिले में विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। प्रतिबंधित संगठन तृतीय प्रस्तुति सम्मेलन कमेटी (टीएसपीसी) के तीन खतरनाक उग्रवादी गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने इन उग्रवादियों के पास से एके-47 रायफल, 7.65 एमएम के 79 गोलियां, एक पिस्टल, और कट्टा बरामद किया है। ये सभी उग्रवादी टीएसपीसी के कुख्यात आक्रमण गंझू दस्ते से जुड़े हुए हैं, जिनकी पहचान श्रवण उरांव, प्रेम गंझू, और संतू कुमार के रूप में की गई है।
गुप्त सूचना से ऑपरेशन की शुरुआत
पलामू की एसपी ऋष्मा रमेश ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस को खबर मिली थी कि टीएसपीसी के कुछ सदस्य पांकी थाना क्षेत्र के कारीमाटी जंगल में हथियारों के साथ मौजूद हैं। सूचना के मुताबिक, ये उग्रवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने, चुनाव में बाधा उत्पन्न करने, और संवेदकों से लेवी वसूलने की योजना बना रहे थे।
एसपी ने पांकी और मनातू थानों की पुलिस टीम को एक ऑपरेशन प्लान के तहत जंगल में सघन सर्च अभियान चलाने का निर्देश दिया। इस ऑपरेशन के दौरान, पुलिस ने सखुआ पेड़ के नीचे तीन संदिग्ध व्यक्तियों को आपस में बातचीत करते हुए पाया। पुलिस की टीम ने चारों ओर से घेराबंदी की, और आखिरकार, उन तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार उग्रवादियों का आपराधिक रिकॉर्ड
गिरफ्तार उग्रवादियों में श्रवण उरांव उर्फ हेमंत उर्फ अभय कुमार पर मनिका और हेरहंज थानों में पहले से ही मामले दर्ज हैं। वहीं, प्रेम गंझू के खिलाफ छह आपराधिक मामले हैं, जिनमें हेरहंज, बालूमाथ, और लातेहार में दर्ज मामले शामिल हैं। संतू कुमार पर भी पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें छतरपुर, कुंदा, और चतरा थाना के केस भी हैं।
स्थानीय जनता में राहत
इस ऑपरेशन के बाद स्थानीय जनता में एक प्रकार की राहत महसूस की जा रही है, क्योंकि इन उग्रवादियों का आतंक इलाके में लंबे समय से फैला हुआ था। पुलिस ने इस सफलता को लेकर जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है और कहा है कि आगे भी ऐसे उग्रवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
निष्कर्ष
इस सफल अभियान से झारखंड पुलिस ने एक बार फिर दिखा दिया है कि वे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। चुनाव से पहले इस तरह की कार्रवाई चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।