भारतीय रक्त दाताओं के संघ (FIBDO) को यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि BLODCON 2024 का समापन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 101 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जो स्वैच्छिक रक्तदान को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए एक अहम कदम था।
उद्घाटन सत्र और मुख्य सत्र
इस सम्मेलन का उद्घाटन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल्स (NIB) की निदेशक द्वारा किया गया, जिन्होंने समाज में स्वैच्छिक रक्तदान की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया। इसके अलावा, एक खुले सत्र में राष्ट्रीय रक्त संचरण परिषद के निदेशक के साथ चर्चा हुई, जिसमें प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से राष्ट्रीय रक्त संचरण अधिनियम के निर्माण की मांग उठाई।
नई कार्यकारिणी समिति का गठन
इस सम्मेलन का एक और मुख्य आकर्षण FIBDO की नई कार्यकारिणी समिति का सर्वसम्मति से चयन था। नई कार्यकारिणी में देश के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिनिधित्व को महत्व दिया गया है, जिसमें पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष, पंजाब के सचिव, और कोषाध्यक्ष के रूप में दोबारा चयनित पदाधिकारी शामिल हैं।
विविध राज्यों की सक्रिय भागीदारी
सम्मेलन में केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर सहित कई राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने अपने विचार और अनुभव साझा किए। तीन दिनों के दौरान, प्रतिनिधियों ने विभिन्न सत्रों में भाग लिया, जहां रक्तदान प्रणालियों में सुधार के उपायों और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। इन चर्चाओं ने प्रतिनिधियों को रक्तदान प्रणाली में नवीन विचारों और समझ को गहराई से जानने का अवसर दिया।
BLODCON2024: एक नई दिशा की ओर
BLODCON2024 को भारतीय रक्तदान समुदाय के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। सम्मेलन के दौरान प्राप्त जानकारी और रणनीतियाँ भविष्य में FIBDO के उद्देश्यों को नई गति देंगी। BLODCON के सफल आयोजन से यह स्पष्ट है कि भारत में स्वैच्छिक रक्तदान को लेकर जागरूकता बढ़ रही है और आने वाले समय में यह एक मजबूत और प्रभावशाली अभियान के रूप में उभरेगा।