रांची: भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह के रांची आगमन पर एक ओर जहां उनके भक्ति गीतों ने जनता को झूमने पर मजबूर कर दिया, वहीं दूसरी ओर ‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ के पत्रकार प्रियांशु झा ने भी अपनी उपस्थिति से लोगों का ध्यान खींचा। प्रियांशु झा ने अपने विशेष अंदाज और जनता के प्रति अपनी समर्पित भावना से न केवल पत्रकारिता की जिम्मेदारी निभाई, बल्कि खुद को जनता की आवाज के रूप में भी प्रस्तुत किया।
दिल्ली से रांची तक का सफर:
प्रियांशु झा का कहना है कि दिल्ली से रांची तक का उनका सफर उनके लिए एक अनोखा और प्रेरणादायक अनुभव रहा। इस सफर के दौरान उन्होंने जनता के विभिन्न मुद्दों को नजदीक से समझा और अपने इस अनुभव को लोगों के बीच साझा किया। रांची में पवन सिंह के कार्यक्रम के दौरान प्रियांशु झा को जनता ने हाथों-हाथ लिया और उनकी पत्रकारिता की शैली को सराहा। उनकी इस सक्रियता ने उन्हें भीड़ के बीच चर्चित बना दिया।
‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ का उद्देश्य:
प्रियांशु झा ने रांची में अपने संबोधन के दौरान स्पष्ट किया कि ‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ सिर्फ एक मीडिया प्लेटफार्म नहीं है, बल्कि यह जनता की आवाज है। उनका कहना है, “मैं कोई नेता नहीं, न ही अभिनेता। मैं एक पत्रकार हूं, और मेरी जिम्मेदारी है कि मैं जनता की आवाज को उठाऊं।” उन्होंने आगे कहा कि ‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ का उद्देश्य झारखंड के हर कोने में जनता की समस्याओं को उजागर करना और उनके समाधान के लिए लड़ाई लड़ना है।
जनता के हितों के लिए संघर्ष:
प्रियांशु झा ने कहा कि ‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ झारखंड में सक्रिय है और हमेशा जनता के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उनका काम केवल खबरें दिखाना नहीं, बल्कि जनता की समस्याओं को सामने लाना और उनके हक के लिए संघर्ष करना है। उनका मानना है कि पत्रकारिता का असली उद्देश्य जनता की आवाज बनकर उनके हक की लड़ाई लड़ना है।
इस संदर्भ में, ‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ का प्रयास रहेगा कि वह राज्य के हर नागरिक की समस्याओं को सामने लाए और प्रशासन से उसका समाधान कराए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वह जनता के मुद्दों को सरकार और प्रशासन के सामने उठाते रहेंगे और जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक संघर्ष करते रहेंगे।
प्रियांशु झा का संकल्प:
प्रियांशु झा का संकल्प है कि वह कभी भी अपनी पत्रकारिता की भूमिका से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि ‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ न केवल एक मीडिया चैनल है, बल्कि यह एक मिशन है, जो झारखंड की जनता के हितों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगा। उन्होंने कहा, “हम जनता के हित में काम करते रहेंगे, और हर उस व्यक्ति के साथ खड़े रहेंगे जो किसी भी तरह की मुसीबत में होगा।”
प्रियांशु झा का यह विचार कि पत्रकारिता केवल सूचनाओं का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक जिम्मेदारी है, उन्हें जनता के बीच एक आदर्श पत्रकार के रूप में स्थापित करता है। उनका यह वादा कि वह जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देंगे और उन्हें मीडिया के माध्यम से उजागर करेंगे, उनके प्रति लोगों के विश्वास को और मजबूत करता है।
निष्कर्ष:
पवन सिंह के भक्ति गीतों ने जहां रांचीवासियों का दिल जीता, वहीं ‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ के पत्रकार प्रियांशु झा ने अपनी पत्रकारिता की मिशन को जनता के समक्ष स्पष्ट किया। उन्होंने जनता के हक के लिए हमेशा खड़े रहने का वादा किया और यह भी आश्वासन दिया कि ‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ हमेशा झारखंड की जनता के लिए आवाज उठाता रहेगा। उनकी यह पहल झारखंड के लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है, और जनता ने उनके इस समर्पण की सराहना की है।
प्रियांशु झा का ‘द मीडिया वाला एक्सप्रेस’ झारखंड के हर कोने में सक्रिय रहेगा और लोगों के हितों के लिए संघर्ष करता रहेगा। जनता के साथ इस जुड़ाव ने प्रियांशु झा को न केवल एक पत्रकार के रूप में, बल्कि एक सामाजिक सेवक के रूप में भी लोकप्रियता दिलाई है।