हरियाणा में 2024 के चुनावी परिणामों में भाजपा ने मजबूत बढ़त दिखाई है, लेकिन इस बीच कांग्रेस ने मतगणना के आंकड़ों को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मतगणना प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि ईसीआई की वेबसाइट पर नवीनतम रुझानों को अपडेट करने में देरी की जा रही है। उनके अनुसार, भाजपा पुराने और भ्रामक आंकड़े दिखाकर प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर अपने ट्वीट के जरिए यह आरोप लगाया, जिससे मतगणना की पारदर्शिता पर बहस छिड़ गई है।
कांग्रेस की शिकायत: मतगणना में देरी और पारदर्शिता की कमी
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मतगणना के दौरान ईसीआई की वेबसाइट पर परिणामों के अपडेट में देरी हो रही है, जिससे मतदाताओं के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। कांग्रेस का कहना है कि यह प्रक्रिया लोकसभा चुनावों की तरह ही है, जहां परिणामों को लेकर भी कुछ इसी प्रकार की दिक्कतें आई थीं। कांग्रेस इस मुद्दे को चुनाव आयोग के सामने उठाने की योजना बना रही है।
भाजपा का पलटवार: “विपक्ष हिट विकेट”
भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए इसे विपक्ष की बौखलाहट बताया है। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस इस तरह के बयान देकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है, जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा की बढ़त साफ दिखाई दे रही है। भाजपा ने कहा, “विपक्ष अपने ही खेल में हिट विकेट हो गया है।”
इल्तिजा मुफ्ती की हार स्वीकार
दूसरी तरफ, इल्तिजा मुफ्ती, जो कि श्रीगुफवारा-बिजबेहरा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही थीं, ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा, “मैं लोगों के फैसले को सम्मान के साथ स्वीकार करती हूं।” इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी हार को जनादेश का हिस्सा मानते हुए कोई भी विरोध या आरोप नहीं लगाया। यह चुनाव उनके लिए एक बड़ा अवसर था, लेकिन परिणामों ने उन्हें एक अलग तस्वीर दिखाई।
निष्कर्ष
हरियाणा चुनाव के परिणाम न केवल राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को बदलने का संकेत दे रहे हैं, बल्कि कांग्रेस और भाजपा के बीच मतगणना प्रक्रिया को लेकर तनाव भी उजागर कर रहे हैं। जहां एक तरफ कांग्रेस मतगणना की पारदर्शिता पर सवाल उठा रही है, वहीं भाजपा ने इसे विपक्ष की हार का प्रतीक बताया है। आने वाले दिनों में देखना होगा कि चुनाव आयोग इस पर क्या कदम उठाता है और मतदाताओं के बीच यह विवाद किस रूप में सामने आता है।