रांची नगर निगम के कामकाज में अव्यवस्था और लापरवाही का एक ताजा मामला सामने आया है, जिसमें नगर निगम की कचरा उठाने वाली गाड़ी रोजाना नहीं आती है। इसकी वजह से स्थानीय निवासी गंदगी और बदबू से परेशान हो रहे हैं। खासकर चांदनी चौक अशोक पद इलाके के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। जब लोग नगर निगम कर्मियों से इस बारे में सवाल करते हैं, तो उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिलता, बल्कि नगर निगम के कर्मचारी स्थानीय नागरिकों से बहस करने लगते हैं।
समस्या की जड़: नियमित सफाई का अभाव
रांची के कई इलाकों में नगर निगम की कचरा उठाने वाली गाड़ियों का नियमित रूप से न आना एक बड़ी समस्या बन गई है। पहले जहां रोजाना कचरा उठाया जाता था, अब वही गाड़ियां कई दिनों तक नहीं आतीं, जिससे इलाके में कचरे का अंबार लग जाता है। इस कचरे के ढेर से उठती बदबू और गंदगी से स्थानीय निवासियों का जीवन दूभर हो गया है। चांदनी चौक अशोक पद के निवासी इस समस्या को लेकर कई बार नगर निगम से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
नगर निगम कर्मियों की लापरवाही और बहस
जब कचरा उठाने वाले कर्मी आते हैं और उनसे सवाल किया जाता है कि वे रोज क्यों नहीं आते, तो वे कोई ठोस जवाब नहीं देते। उनका कहना होता है कि “उपर से आदेश है” और वे सीधे तौर पर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करते हैं। यहां तक कि जब स्थानीय लोग उनसे इस समस्या का समाधान जानने की कोशिश करते हैं, तो नगर निगम के कर्मचारी बहस करने लगते हैं और नागरिकों को अधिकारियों से बात करने के लिए कहते हैं। यह स्थिति नगर निगम की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
स्थानीय निवासियों की परेशानी
अशोक पथ कांके रोड चांदनी चौक के निवासी इस अव्यवस्था से बेहद परेशान हैं। उनका कहना है कि घर के बाहर कचरे के ढेर जमा हो जाते हैं, जिससे ना सिर्फ बदबू फैलती है, बल्कि इससे मच्छरों और अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। बच्चे और बुजुर्ग खासकर इस स्थिति से अधिक प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि लगातार गंदगी से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि यह समस्या जल्दी नहीं सुलझाई गई, तो उन्हें विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
नगर निगम की जिम्मेदारी
नगर निगम की यह जिम्मेदारी है कि वह शहर की सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए। हर दिन कचरा उठाने की व्यवस्था न सिर्फ शहर की स्वच्छता के लिए आवश्यक है, बल्कि यह लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए भी जरूरी है। यदि नगर निगम के कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभा रहे हैं, तो यह नगर निगम के उच्च अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि वे इस पर सख्त कदम उठाएं।
समाधान की आवश्यकता
इस समस्या का समाधान तभी हो सकता है जब नगर निगम के उच्च अधिकारी इस मामले में हस्तक्षेप करें और कचरा उठाने की प्रक्रिया को नियमित बनाएं। साथ ही, उन कर्मचारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए जो अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं या फिर नागरिकों से बहस करने में लगे रहते हैं। इसके अलावा, नगर निगम को स्थानीय लोगों से संवाद स्थापित करना चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करना चाहिए, ताकि रांची जैसे शहर में सफाई और स्वच्छता बनी रहे।
निष्कर्ष
रांची नगर निगम की लापरवाही और अव्यवस्था ने स्थानीय निवासियों के सामने एक गंभीर समस्या खड़ी कर दी है। कचरा उठाने वाली गाड़ियों का नियमित रूप से न आना एक छोटी समस्या नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ा एक बड़ा मुद्दा है। नगर निगम को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए ताकि शहरवासियों को गंदगी और बीमारियों से निजात मिल सके। जब तक नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं देगा, तब तक रांची के कई इलाकों में यह समस्या बनी रहेगी और लोग इसी तरह परेशान होते रहेंगे।