गाजा, 9 सितंबर: इजरायल और गाजा के बीच संघर्ष ने एक बार फिर से गंभीर रूप धारण कर लिया है। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) और इजरायली एयर फोर्स ने संयुक्त अभियान में हमास के दो प्रमुख कमांडरों, अब्दुल्ला खतीब और हेटम अबू अलजीदियन को मार गिराया है। यह अभियान गाजा के डेयर अल-बलाह इलाके में स्थित एक मानवीय क्षेत्र के अंदर चलाए गए हमास के कमांड सेंटर पर किया गया था। इस हमले के बाद से गाजा में स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है।
हमास के कमांडरों की पहचान और भूमिका:
मारे गए कमांडरों, अब्दुल्ला खतीब और हेटम अबू अलजीदियन, ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए भीषण हमले में सक्रिय भूमिका निभाई थी। इस हमले में सैकड़ों इजरायलियों की जान गई थी, और हमास ने इस हिंसा को अंजाम देने में इन कमांडरों का अहम योगदान था। आईडीएफ के अनुसार, अब्दुल्ला खतीब डेयर अल-बलाह बटालियन के वर्तमान कमांडर थे, जबकि हेटम अबू अलजीदियन उनके पूर्ववर्ती थे। इन दोनों पर इजरायली नागरिकों की हत्या का गंभीर आरोप था।
इजरायली सेना का अभियान और हमास के खिलाफ जंग:
इजरायल की सेना ने हमास के खिलाफ अपना सबसे बड़ा अभियान शुरू किया है। गाजा में हो रहे हवाई हमलों के अलावा, कब्जे वाले वेस्ट बैंक में भी इजरायली सेना का अभियान जारी है। वेस्ट बैंक के जेनिन शहर के बाद, अब तुल्कर्म में इजरायली सेना द्वारा जमीन और हवाई हमले किए जा रहे हैं। इस अभियान के दौरान कई फिलिस्तीनी घरों को ध्वस्त कर दिया गया है, और गली-गली में इजरायली टैंक घूमते नजर आ रहे हैं। अब तक की रिपोर्ट के अनुसार, इन हमलों में कम से कम 6 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है।
वेस्ट बैंक में इजरायली कार्रवाई:
वेस्ट बैंक के फिलिस्तीनी बस्तियों में हमास के लड़ाकों के छिपे होने का आरोप लगाते हुए इजरायली सेना ने इन इलाकों में कार्रवाई तेज कर दी है। इजरायल का दावा है कि ये हमास के लड़ाके और उनके समर्थक इजरायल के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। वहीं, वेस्ट बैंक के फिलिस्तीनियों का कहना है कि उनकी बस्तियों में कोई भी हमास का लड़ाका नहीं है, और इजरायली सैनिक बेवजह उनके घरों पर हमला कर रहे हैं। इस विवाद ने वेस्ट बैंक में स्थिति को और भी जटिल बना दिया है।
तेल अवीव के ‘रेज रूम’ में इजरायली नागरिकों का आक्रोश:
7 अक्टूबर की घटना के बाद से इजरायल में तनाव और आक्रोश का माहौल है। इजरायली नागरिक अपने गुस्से और तनाव को दूर करने के लिए तेल अवीव के ‘रेज रूम’ का सहारा ले रहे हैं। यहां लोग एक के बाद एक कीमती चीजों को तोड़कर अपना गुस्सा निकालते हैं। लोहे की रॉड से सिरेमिक प्लेट, कीबोर्ड और प्रिंटर जैसी चीजों को तोड़कर लोग अपने तनाव को कम करते हैं। रेज रूम की शुरुआत पहले मौज-मस्ती और तनाव मुक्ति के लिए की गई थी, लेकिन 7 अक्टूबर के हमले के बाद यहां पहुंचने वाले लोगों की संख्या में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
रेज रूम में प्रवेश के लिए लगभग 80 डॉलर का बेसिक पैक लिया जाता है, जिससे लोग अपने तनाव और नाराजगी को कम करने की कोशिश करते हैं। जंग की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, ऐसा लगता है कि इस रेज रूम की मांग लंबे समय तक बनी रहेगी। इजरायली नागरिकों का मानना है कि इस तरह से गुस्सा निकालने के बाद उन्हें मानसिक शांति मिलती है।
निष्कर्ष:
इजरायल और गाजा के बीच का यह संघर्ष दोनों पक्षों के लिए बेहद घातक साबित हो रहा है। हमास के कमांडरों की मौत ने इस संघर्ष को और भी गहरा बना दिया है। वहीं, इजरायली सेना का वेस्ट बैंक में चल रहा अभियान फिलिस्तीनियों के लिए एक नई चुनौती है। तेल अवीव के रेज रूम में इजरायली नागरिकों का गुस्सा यह बताता है कि इस संघर्ष ने उनकी मानसिक स्थिति पर गहरा असर डाला है। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए, यह संघर्ष जल्द खत्म होता नजर नहीं आता और आने वाले समय में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।