गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर झारखंड पुलिस के 12 अधिकारियों और कर्मियों को उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस (एमएसएम) से सम्मानित किया गया। यह पदक उन पुलिसकर्मियों को दिया जाता है जो अपने कार्यक्षेत्र में अनुकरणीय प्रदर्शन करते हुए अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में उल्लेखनीय योगदान देते हैं।
इस सूची में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) रैंक के दो अधिकारी डॉ. माइकल राज एस और अन्नेपु विजयालक्ष्मी शामिल हैं। डॉ. माइकल राज एस वर्तमान में बोकारो प्रक्षेत्र के आईजी हैं और तमिलनाडु से संबंध रखते हैं। सीबीआई में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान भी उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किए। वहीं, अन्नेपु विजयालक्ष्मी, जो वर्तमान में पुलिस महानिरीक्षक (प्रशिक्षण) के रूप में तैनात हैं, 2006 बैच की झारखंड कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। वह देवघर की एसपी भी रह चुकी हैं और अपने कार्यकाल में कई सफल अभियानों का नेतृत्व किया है।
इसके अतिरिक्त, तकनीकी शाखा (एसआईबी) के डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) नीरज कुमार को भी उनकी सेवाओं के लिए एमएसएम पदक से सम्मानित किया गया है।
उग्रवाद और संगठित अपराध के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी बयान में झारखंड पुलिस की सराहना करते हुए कहा गया कि राज्य में उग्रवादी संगठनों और संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई लगातार जारी है। इन चुनौतियों का सामना करने और शांति बनाए रखने में पुलिस कर्मियों का योगदान सराहनीय है।
सम्मान से परिवारों में खुशी का माहौल
झारखंड पुलिस के 12 अधिकारियों और कर्मियों के चयन से उनके परिवारों में उत्साह और गर्व का माहौल है। यह सम्मान न केवल उनके योगदान को मान्यता देता है, बल्कि पुलिस बल के अन्य सदस्यों को भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करेगा।
अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी मिला सम्मान
इसके अलावा, राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर बेहतर चुनाव प्रबंधन के लिए 34 आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को सम्मानित किया। इसमें चार जिलों के उपायुक्त, निर्वाचन पदाधिकारी और बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) शामिल थे।
गणतंत्र दिवस 2025 पर झारखंड पुलिस और प्रशासन के इन अधिकारियों को दिए गए सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों का प्रतीक हैं, बल्कि यह झारखंड की कानून व्यवस्था और प्रशासनिक दक्षता की मजबूती को भी दर्शाते हैं।