झारखंड के बालीडीह में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक प्रेमी ने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या कर दी। आरोपी युवक ने तमिलनाडु से अपनी गर्लफ्रेंड को बोकारो बुलाया और हत्या के बाद उसके शव को रेलवे की खंडहरनुमा बिल्डिंग के शौचालय में फेंक दिया। इस जघन्य हत्या का खुलासा सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की तत्पर जांच से हुआ है।

हत्या के बाद शव की पहचान और गिरफ्तारी:

19 जनवरी 2025 को बालीडीह स्थित रेलवे की खंडहरनुमा बिल्डिंग से एक युवती का शव बरामद हुआ था। शव की पहचान बिहार के गया जिले की 20 वर्षीय लक्ष्मी कुमारी के रूप में की गई। पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने महज 48 घंटे के अंदर आरोपी रोहित महतो (19 वर्ष) को चास वंशीडीह से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवक ने हत्या की योजना पहले से ही बना रखी थी और उसने लड़की के शव को खंडहरनुमा बिल्डिंग के शौचालय में फेंक दिया।

प्रेम संबंध और हत्या का कारण:

एसपी मनोज स्वर्गीयारी के अनुसार, आरोपी और मृतका दोनों तमिलनाडु के बलम्पलानौर स्थित सुप्राजीत फैक्ट्री में साथ काम करते थे। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम संबंध विकसित हुए और सितंबर 2024 में दोनों ने शादी कर ली। हालांकि, आरोपी ने अपनी शादी के बारे में अपने परिवार को नहीं बताया था। लड़की के शादी के बाद अपने माता-पिता से मिलने की इच्छा और दबाव हत्या का कारण बना।

आरोपी ने लड़की के दबाव से तंग आकर हत्या की योजना बनाई। 17 जनवरी 2025 को वह एलेप्पी एक्सप्रेस से बोकारो पहुंचा और उसे रेलवे स्टेशन से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर खंडहरनुमा बिल्डिंग में ले जाकर गला घोंटकर हत्या कर दी। मृतका के दोनों हाथ दुपट्टे से बांधकर उसे शौचालय में फेंक दिया और शव को बोरे से ढक दिया। इसके बाद, पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी ने मृतका के बैग से कपड़े निकालकर इधर-उधर फेंक दिए और चाचा के घर चास चला गया।

सीसीटीवी और पुलिस जांच:

पुलिस की जांच के दौरान रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी युवक को मृतका के साथ स्टेशन से बाहर आते हुए देखा गया। यह फुटेज जांच का महत्वपूर्ण सुराग बना। इसके बाद, पुलिस ने मृतका के मोबाइल फोन की तकनीकी जांच की, जिससे मामले का खुलासा हुआ। रांची से आई एफएसएल टीम के सहयोग से मामले की पूरी जांच की गई और आरोपी को पकड़ने में सफलता मिली।

स्पीडी ट्रायल की अनुशंसा:

एसपी मनोज स्वर्गीयारी ने इस जघन्य अपराध के लिए स्पीडी ट्रायल की अनुशंसा की है, ताकि दोषी को शीघ्र और कठोर सजा मिल सके। आरोपी के स्वीकारोक्ति बयान और एफएसएल से मिले सबूतों के आधार पर सजा दिलाने के लिए सभी जरूरी कार्रवाई की जा रही है।

निष्कर्ष:

यह मामला प्रेम संबंधों के नाम पर किए गए अपराध की एक भयावह मिसाल पेश करता है। झारखंड पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए इस जघन्य हत्या का पर्दाफाश किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि समाज में ऐसे जघन्य अपराधों को रोकने के लिए जागरूकता और कड़ी कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है।

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