रांची/गरियाबंद: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के पोड़ाहाट जंगल और छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़े अभियानों में अहम सफलताएं हासिल की हैं। इन अभियानों के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई और नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए कई शीर्ष माओवादी मारे गए।

झारखंड: पोड़ाहाट जंगल से 21 आईईडी बरामद

पश्चिमी सिंहभूम जिले के पोड़ाहाट जंगल में मंगलवार को चलाए गए सर्च ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के 21 आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बम बरामद कर उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया। यह कार्रवाई कराईकेला के सेरेंगदा गांव के पास कुचा टोला इलाके में की गई।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) आशुतोष शेखर ने बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान जंगल में दो किलोग्राम वजन के 12 और एक किलोग्राम वजन के नौ आईईडी बरामद किए गए। इसके अलावा, नक्सलियों के एक पुराने डंप को ध्वस्त करते हुए 55 जिलेटिन स्टिक और अन्य विस्फोटक सामग्री जब्त की गई।

सुरक्षा बलों की तैनाती और सतर्कता:

नक्सलियों की गतिविधियों की सूचना पर कोल्हान, पोड़ाहाट, और सारंडा के जंगलों में व्यापक सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इसमें चाईबासा पुलिस, सीआरपीएफ की 60, 197, 157, 174, 193, 134, 26 और 11 बटालियन, कोबरा 209, 205, 203 यूनिट और झारखंड जगुआर के जवान शामिल हैं।

एसपी ने बताया कि नक्सलियों के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछू, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया और अश्विन समेत कई अन्य की सक्रियता की सूचना के बाद यह ऑपरेशन तेज किया गया है।

छत्तीसगढ़: 14 नक्सली ढेर, 1 करोड़ के इनामी सहित

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों ने सोमवार और मंगलवार को चले ऑपरेशन में कम से कम 14 नक्सलियों को मार गिराया। इनमें एक करोड़ रुपये का इनामी माओवादी नेता जयराम उर्फ चलपति भी शामिल है, जो नक्सलियों की केंद्रीय समिति का सदस्य था।

गरियाबंद के पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा ने बताया कि सोमवार को छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर जंगलों में हुई मुठभेड़ में दो महिला नक्सली मारी गई थीं। इसके बाद मंगलवार देर रात फिर से मुठभेड़ हुई, जिसमें 12 और नक्सली मारे गए। फिलहाल अन्य मृतकों की पहचान की जा रही है।

ऑपरेशन के दौरान बरामद सामग्री:

मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य आपराधिक सामग्री जब्त की। इन अभियानों के जरिए नक्सलियों के मंसूबों को बड़ा झटका दिया गया है।

नक्सल विरोधी अभियानों में तेजी

झारखंड और छत्तीसगढ़ में चलाए जा रहे इन अभियानों ने नक्सल विरोधी प्रयासों को एक नई धार दी है। नक्सलियों के शीर्ष नेताओं और उनके संगठनों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। इससे न केवल इन इलाकों में शांति व्यवस्था बहाल करने में मदद मिलेगी, बल्कि स्थानीय निवासियों के बीच सुरक्षा का भाव भी बढ़ेगा।

सरकार और सुरक्षाबल नक्सलवाद के खिलाफ इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इन अभियानों में सुरक्षाबलों की तत्परता और साहस ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।

निष्कर्ष

झारखंड और छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों ने सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता दिलाई है। पोड़ाहाट और कोल्हान के जंगलों में भारी मात्रा में विस्फोटकों की बरामदगी और छत्तीसगढ़ में शीर्ष नक्सली नेताओं के मारे जाने से नक्सलियों की ताकत को बड़ा झटका लगा है।

यह अभियान यह संकेत देता है कि सरकार और सुरक्षा बल नक्सलवाद के खिलाफ सख्त हैं और इनके खात्मे के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं। इन कार्रवाइयों से न केवल स्थानीय क्षेत्रों में शांति बहाल होगी, बल्कि नागरिकों में सुरक्षा का भरोसा भी मजबूत होगा।

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